श्योपुर में बाढ़ राहत तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक आयोजित
श्योपुर, 24 जुलाई 2025
नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री एवं श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला ने बाढ़ राहत एवं आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि अतिवृष्टि या बाढ़ की स्थिति में तत्काल राहत कार्य शुरू किए जाएं, ताकि जनहानि और क्षति को रोका जा सके।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सूचना तंत्र को प्रभावी बनाया जाए और मैदानी अमले को बाढ़ संभावित चिन्हित गांवों में सतत निगरानी हेतु सक्रिय किया जाए। प्रभारी मंत्री ने यह निर्देश आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के माध्यम से दिए।
बैठक के प्रमुख बिंदु:
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जिले में बाढ़ की आशंका वाले 60 गांवों की पहचान की गई है, जिनकी निगरानी पटवारियों एवं पंचायत सचिवों द्वारा की जा रही है।
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SDRF की टीमों को विजयपुर सहित संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया है।
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नदी-नालों पर स्थित पुल-पुलियों एवं रपटों पर निगरानी रखी जा रही है।
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बाढ़ की स्थिति में आवागमन बंद करने की कार्यवाही तत्समय की जाएगी।
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राहत शिविरों का पहले से चिन्हांकन कर लिया गया है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने की सूचना समय पर प्राप्त होनी चाहिए और नदी किनारे ग्रामों में सतर्कता व निगरानी बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली, सर्पदंश और डूबने जैसी दुर्घटनाओं में पीड़ितों को शासन के निर्देश अनुसार तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए।
बैठक में अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी रहे उपस्थित:
बैठक में कलेक्टर अर्पित वर्मा, डीएफओ कूनो आर. थिरूकुराल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई आदिवासी, भाजपा जिला अध्यक्ष शशांक भूषण, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रेणु सुजीत गर्ग, पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, बृजराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य महावीर सिंह सिसौदिया, कैलाशनारायण गुप्ता, अशोक गर्ग, नपाध्यक्ष प्रतिनिधि राजू सुमन, उपाध्यक्ष दारा सिंह बंजारा, मंडल अध्यक्ष संजय मंगल सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की भी समीक्षा
बैठक में विद्युत विभाग ने बताया कि
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सलापुरा, पच्चीपुरा, हिरनीखेड़ा, और खैरघटा के सब स्टेशन शुरू कर दिए गए हैं।
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मेखड़ाहेड़ी में निर्माणाधीन सब स्टेशन का कार्य 7 दिन में पूरा किया जाएगा।
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आरडीएसएस योजना के द्वितीय चरण में सायपुरा, जाखदा जागीर, श्रीपुरा, बुढेरा, रानीपुरा, मेवाडा, रायपुरा, बरोली, करिरिया, बावड़ी मंदिर जावदेश्वर, आमल्दा, ढीमचौतरा, ओछापुरा और ककरधा में नवीन विद्युत उपकेंद्र प्रस्तावित किए गए हैं।
आवदा डैम और रामेश्वर घाट का विकास प्रस्तावित
कलेक्टर अर्पित वर्मा ने जानकारी दी कि आवदा डैम की मरम्मत का प्रस्ताव जल संसाधन विभाग को भेजा गया है। साथ ही त्रिवेणी संगम रामेश्वर घाट को विकसित करने का प्रस्ताव भी भेजा जा रहा है।