श्योपुर, 23 जुलाई 2025
मध्यप्रदेश में पर्यावरण संरक्षण को जनांदोलन का स्वरूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री एवं मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के अध्यक्ष डॉ. मोहन यादव ने आज ‘नवांकुर सखी-हरियाली यात्रा’ कार्यक्रम के पोस्टर का समत्व भवन में भव्य विमोचन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अभियान में शामिल हो रही नवांकुर सखियों को शुभकामनाएं दीं और पर्यावरण संरक्षण में उनकी सतत व सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा कि नारी शक्ति के माध्यम से स्वैच्छिक रूप से पर्यावरण को समर्पित यह अभियान समाज में हरियाली और जागरूकता दोनों को बढ़ावा देगा।
🌿 अभियान की प्रमुख विशेषताएं:
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हरियाली अमावस्या (24 जुलाई) से शुरू होकर पाँच दिवसीय यात्रा आयोजित की जाएगी।
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प्रदेश के 313 विकासखंडों के 1565 सेक्टरों में यह यात्रा संचालित होगी।
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प्रत्येक सेक्टर में 100 महिलाएं ‘नवांकुर सखी’ के रूप में पंजीकृत की गई हैं।
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प्रत्येक सखी 11 बीज रोपण थैलियों के माध्यम से अपने घर में पौधों का विकास करेंगी।
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इस पहल से प्रदेश के हर विकासखंड में लगभग 5500 पौधे तैयार होंगे।
🌱 अभियान का राज्य स्तरीय प्रभाव:
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कुल 1,56,500 नवांकुर सखियों द्वारा 17,21,500 पौधे तैयार किए जाएंगे।
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ये पौधे भविष्य में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत शासकीय या निजी भूमि में परिवार के विशेष अवसरों पर रोपे जाएंगे।
इस अवसर पर जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, कार्यपालक निदेशक डॉ. बकुल लाड़ सहित परिषद के अधिकारी एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने इस अभियान को समाज और पर्यावरण के हित में ऐतिहासिक पहल बताया।
यह नवाचार नारी शक्ति, स्वैच्छिकता और पर्यावरणीय चेतना का आदर्श उदाहरण बनकर मध्यप्रदेश को हरियाली के नए पथ पर अग्रसर करेगा।