कलेक्टर अर्पित वर्मा को मिला राज्यस्तरीय प्रशंसा पत्र
श्योपुर, 2 जून 2025।
मध्यप्रदेश का सीमावर्ती जिला श्योपुर अब सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता या सांस्कृतिक विरासत के लिए नहीं, बल्कि युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के बेहतरीन अवसर देने के लिए भी पहचाना जा रहा है। जिले ने रोजगार उपलब्ध कराने के क्षेत्र में पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल कर एक नया कीर्तिमान रचा है।
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के नेतृत्व में जिले ने 30 मई को निषादराज भवन में आयोजित “रोजगार, स्वरोजगार एवं अप्रेंटिसशिप युवा संगम मेला” का सफल आयोजन किया, जिसने प्रदेश भर में श्योपुर को कौशल विकास के क्षेत्र में नंबर-वन जिला बना दिया।
इस अद्वितीय प्रयास के लिए तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के आयुक्त श्री गिरीश शर्मा ने कलेक्टर श्री वर्मा को प्रशंसा पत्र भेजा है, जिसमें युवाओं के लिए उनके द्वारा किए गए “उल्लेखनीय कार्यों” की सराहना की गई है।
आंकड़े जो सफलता की गवाही देते हैं
मेले के दौरान कुल 1589 हितग्राहियों को ₹4.08 करोड़ की ऋण सहायता स्वरोजगार योजनाओं के तहत दी गई। ये योजनाएं थीं:
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मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना
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डेयरी और बकरी पालन योजना
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प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना
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डॉ. अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना
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सीसीएल प्रदाय योजना (एनआरएलएम)
12+ बड़ी कंपनियों की भागीदारी, 163 युवाओं को मिला सीधा रोजगार
इस मेले में 12 से अधिक नामी कंपनियों ने भाग लिया, जैसे:
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साईवेट प्रा. लि.
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मदरसन ऑटोमेटिव, गुजरात
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इंडियन एम्प्लॉयमेंट, गुना
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चेकमेट सर्विसेज, गुजरात
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नौकरीफाई डॉट कॉम, नोएडा
इन कंपनियों द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से 252 युवाओं का प्रारंभिक चयन किया गया, जिनमें से 163 को मौके पर ही जॉब ऑफर लेटर प्रदान किए गए।
कलेक्टर की मेहनत लाई रंग
कलेक्टर अर्पित वर्मा ने इस मेले के सफल आयोजन के लिए पिछले एक महीने से सतत समीक्षा, बैठकें और प्रयास किए। कंपनियों को आमंत्रित करने से लेकर योजनाओं के समन्वयन तक, हर बिंदु पर उनकी सक्रिय निगरानी रही।
आगे की राह: तकनीकी शिक्षा और बड़ा विजन
कलेक्टर वर्मा अब युवाओं को आईटीआई, पॉलीटेक्निक जैसे संस्थानों में दाखिला लेने और तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर स्वरोजगार की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका मानना है कि आने वाले समय में श्योपुर के युवा न केवल अपना भविष्य गढ़ेंगे, बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने वाले “युवा उद्यमी” बनकर उभरेंगे।
“श्योपुर अब सिर्फ जिला नहीं, एक उम्मीद है हर उस युवा के लिए जो अपने सपनों को जमीन पर उतारना चाहता है।”