Friday, July 25, 2025

कलेक्टर ने किसानों को दिलाया पराली फ्री डिस्ट्रिक्ट का संकल्प किसानों की शिकायत पर बनाई जांच कमेटी

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श्योपुर, 26 दिसंबर 2024
कलेक्टर  किशोर कुमार कन्याल द्वारा अपनी मांगों को लेकर आये सोई क्षेत्र के किसानों से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में चर्चा के दौरान पराली फ्री डिस्ट्रिक्ट का संकल्प दिलाया गया। इस अवसर पर एडिशनल एसपी  सतेन्द्र सिंह तोमर, सहायक संचालक  मुनेश शाक्य सहित मार्कफेड के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने किसानों से चर्चा के दौरान कहा कि धान की फसल कटाई पश्चात् नरवाई में आग न लगाये, क्योकि इससे पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ भूमि की उर्वरता एवं उत्पादकता में कमी होने की संभावना होती है। इसलिए अगले साल कोई भी पराली न जलायें, इस पर किसानों ने ‘‘अगले साल नो पराली’’ का संकल्प लिया। कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए बेलर मशीन खरीदने के इच्छुक लोगों को शासन की ओर से मिलने वाली सबसिडी दिलाई जायेगी तथा बैंक फायनेंस की व्यवस्था भी की जायेगी। उन्होने बताया कि पराली प्रबंधन के लिए अगले साल की कार्य योजना के तहत कम से कम 500 बेलर मशीन जिले में उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बेलर मशीन के माध्यम से पराली के गठ्ठे बनाये जाते है, जिसे चारा, गत्ता, बायो ईधन आदि बनाने के काम में लिया जाता है।
इस अवसर पर कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने किसानों के द्वारा अवगत कराये जाने पर यूरिया खाद के साथ अन्य सामग्री भी किसानों को विक्रय करने के मामले में कृषि विभाग के अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये, जिसके क्रम में कृषि विभाग से  अरूण कुमार शाक्य ने बताया कि इस मामले में मंगलदास बीज भण्डार सोईकलां की जांच के लिए एसएडीओ  शरद रघुवंशी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जांच समिति के प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही प्रस्तुत की जायेगी।
इसके साथ ही कलेक्टर  किशोर कुमार कन्याल ने कहा कि सोसायटियों में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद की उपलब्धता है। अभी 1500 मैट्रिक टन यूरिया शासकीय संस्थाओं के पास उपलब्ध है। कल 27 दिसंबर को शिवपुरी में लगने वाली रैक के माध्यम से भी लगभग 2 हजार मैट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो रहा है। उन्होने बताया कि निजी क्षेत्र में यूरिया के विक्रय के साथ अन्य कृषि आदान सामग्री बेचने पर कडी कार्यवाही की जायेगी। इस संबंध में कृषि विभाग को भी निर्देश दिये गये है कि सतत् रूप से निगरानी रखी जायें।

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