नदी-नालों में उफान, पुल-रपटों पर आवाजाही से बचने की अपील
श्योपुर, 18 जुलाई 2025
श्योपुर जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे पानी में डूबे रपटों एवं पुलियाओं को पार न करें और अधिक पानी वाले क्षेत्रों से दूर रहें। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों (एसडीएम) को सतर्क रहते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
एसडीआरएफ की टीमें भी अलर्ट पर हैं। श्योपुर की मोर डूंगरी पुलिया पर पानी आ जाने के कारण पुलिस बल तैनात करते हुए बेरिकेटिंग कर दी गई है, ताकि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक रूप से उस ओर न जाए।
जिले के 60 संवेदनशील गांवों में पटवारियों एवं पंचायत सचिवों को गांव में ही उपस्थित रहने के आदेश जारी किए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल बाढ़ नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) को सूचित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
शिक्षकों का सफल रेस्क्यू
ग्राम ककरधा के रपटे पर पानी आने से उस पार फंसे शिक्षकों को एसडीआरएफ की टीम ने कलेक्टर वर्मा के निर्देश पर सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया। इस दौरान मौके पर एसडीएम श्री मनोज गढ़वाल एवं तहसीलदार सुश्री रोशनी शेख भी मौजूद रहीं।
नदी-नालों के जलस्तर पर नजर
बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार चंबल नदी का जलस्तर 187.96 मीटर है, जो खतरे के निशान से लगभग 12 मीटर नीचे है। वहीं पार्वती नदी (खातौली) का जलस्तर 193.50 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे है।
शहर की निचली बस्तियों पर विशेष निगरानी
कलेक्टर वर्मा ने तहसीलदार श्रीमती मनीषा मिश्रा को निर्देश दिए हैं कि सीप नदी के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जाए। साथ ही नगरपालिका के माध्यम से नदी क्षेत्र की निचली बस्तियों में जल भराव की स्थिति बनने पर तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
प्रशासन की ओर से नागरिकों से अपील की गई है कि वे अफवाहों से बचें और किसी भी आपात स्थिति में कंट्रोल रूम के नंबरों पर संपर्क करें।