Wednesday, July 23, 2025

एम.पी. ट्रांसको का नवाचार: अत्याधुनिक ‘फोटे तकनीक’ से सबस्टेशनों में ऑटोमेशन को मिलेगी नई मजबूती

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ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बोले – रियल टाइम मॉनिटरिंग और टेलीप्रोटेक्शन अब और बेहतर

भोपाल, 30 मई2025
देश की अग्रणी विद्युत ट्रांसमिशन कंपनी एम.पी. पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (एम.पी. ट्रांसको) ने विद्युत ट्रांसमिशन क्षेत्र में एक और अहम नवाचार करते हुए अत्याधुनिक फाइबर ऑप्टिक टर्मिनल इक्विपमेंट (FOTE) तकनीक को अपनाया है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि इस तकनीक से प्रदेश के एक्स्ट्रा हाई वोल्टेज सबस्टेशनों में ऑटोमेशन, टेलीप्रोटेक्शन और रियल टाइम मॉनिटरिंग की व्यवस्था और भी अधिक सशक्त होगी।

तीन जोनों में चरणबद्ध क्रियान्वयन

इस नवाचार को तीन जोनों में बाँटकर प्रदेश भर में लागू किया जा रहा है। सबसे पहले इसे उच्चदाब सबस्टेशनों और एम.पी. ट्रांसको से जुड़े पावर जनरेशन केंद्रों में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है।

 क्या है FOTE तकनीक

एफओटीई (FOTE) एक ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क के ज़रिए सबस्टेशनों में लगे ट्रांसफॉर्मर, प्रोटेक्शन रिले और अन्य अहम उपकरणों की रियल टाइम निगरानी और डेटा संप्रेषण की क्षमता देता है।
अधीक्षण अभियंता श्री मनीष खरे के अनुसार, इस तकनीक के माध्यम से भविष्य में फॉल्ट रिपोर्ट और रिले सेटिंग्स को भी सेंटरलाइज्ड किया जा सकेगा।

OPGW से ट्रांसमिशन नेटवर्क को मिली नई गति

ऑप्टिकल ग्राउंड वायर (OPGW) के माध्यम से FOTE सिस्टम को जोड़ा गया है। चूंकि ट्रांसको का स्वयं का डेडिकेटेड कम्युनिकेशन नेटवर्क है, इसलिए अब ट्रांसमिशन सिस्टम को मिले हैं:

 तेज और सुरक्षित डेटा ट्रांसफर

 साइबर खतरों से सुरक्षा

 स्वचालित निगरानी और फॉल्ट डिटेक्शन

 केंद्रीकृत नियंत्रण एवं निर्णय क्षमता

ऊर्जा मंत्री तोमर ने इस पहल को “प्रदेश की ऊर्जा सुरक्षा और तकनीकी सुदृढ़ता की दिशा में ऐतिहासिक कदम” बताया है।

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