श्योपुर, 19 जून 2024
प्रदेश में सिकल सेल एनीमिया की उन्मूलन हेतु राज्य हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन जिला श्योपुर सहित म.प्र. के 33 जिलों में सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग, जांच, प्रबंधन काउंसलिंग एवं रोकथाम हेतु आज राज्य एवं जिला स्तर पर सिकल सेल एनीमिया जागरूकता परामर्श शिविर आयोजित कर विश्व सिकल दिवस मनाया गया, राज्य स्तर पर कार्यक्रम जिला डिंडोरी से मुख्य अतिथित उप राष्टपति श्री जगदीश धनखड का लाइव टेलीकास्ट किया गया एवं जिलास्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुडडी बाई आदिवासी, सीईओ जिला पंचायत अतेन्द्र सिंह गुर्जर, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रेनू सुजीत गर्ग ने मॉ सरस्वती का दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का संचालन किया गया। इस अवसर पर सीएमएच्ओ डॉ. जे.एस.राजपूत,डॉ. जे.एन.सक्सेना जिला स्वास्थ्य अधिकारी , सिकल सेल के नोडल अधिकारी डॉ. संजय मंगल, सिविल सर्जन डॉ. दिलीप सिकरवार, जिला आयुष अधिकारी, जिला मुख्य नगरपालिका अधिकारी आदि उपस्थित थे मंच का संचालन डीपीएम डॉ. सौमित्र बुधोलिया ने किया ।
शिविर में रायपुरा सरपंच रामौतार मीणा का स्वागत अतिथियों द्वारा किया गया, जिनकी पंचायत में 100 प्रतिशित सिकलसेल स्क्रीनिंग कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साथ ही कार्यक्रम में चिन्हित थेलेसीमिया के 11 बच्चें प्रिंयका वैरवा, मंसा आदिवासी, सिफा, नूजतद्व गिरधर, मोनू, माहिरा, प्रियका आदिवासी, इल्मा सुनीता आदिवासी आदि की जांच कर अतिथियों द्वारा फ्रूटी वितरण कर सम्मानित किया गया । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एस.राजपूत ने बताया कि नीलकंठ संस्था द्वारा गॉव -गॉव जाकर सिकल सेल एनीमिया की रोकथाम हेतु स्क्रीनिग की जा रही है, पॉजटिव केश मिलने पर जिला अस्पताल रेफ किया जाता है जहॉ पुन जांच कर उपचार प्रबंधन किया जाता है विश्व सिकिल सेल दिवस के अवसर पर 15 दिन के भीतर स्कूलों में भी स्क्रीनिंग की जावेगी। जिस हेतु नीलकंठ संस्था की टीम को निर्देशित किया गया है। सिकिल सेल का मुख्य लक्षण खून की कमी, थकावट और सांस फूलना, चिड – चिडापन, बार- बार बुखार या जुकान होना है।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रेनु गर्ग ने बताया इस तरह की बीमारी को जड से समाप्त करने हेतु शासन द्वारा यह योजना चलाकर जिले के लिए अच्छी पहल है मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत गुर्जर ने अपील की है कि इस तरह के लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सक को दिखायें यह बीमारी छुया छूत की नही है इसका इलाज संभव है साथ ही सरपंचों से अपील की है अपनी अपनी ग्राम पंचायतों में सिकल सेल एनीमिया की 100 प्रतिशत स्क्रीनिंग का कार्य करवायें । डॉ. संजय मंगल ने बताया कि शादी से पहले लडका लडकी की सिकल सेल एनीमिया की जांच अवश्य करवायें ताकि होने वाले बच्चे की वंशानुगत बीमारी से बचा जा सके।
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