श्योपुर, 27 जुलाई 2025।
वर्षा ऋतु के दौरान जलस्तर में अचानक वृद्धि और दुर्घटनाओं की संभावना को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे पिकनिक स्थलों पर पूरी सतर्कता बरतें और किसी भी स्थिति में नदियों, झरनों और टापुओं जैसे जोखिम भरे स्थानों के बीच न जाएं।
कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम में नदियों का बहाव तेज हो सकता है और पानी का स्तर अचानक बढ़ सकता है, जिससे जान का खतरा उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे पानी से भरे गड्ढों, झरनों और गहरे स्थानों से दूर रहें।
जिले के प्रमुख पिकनिक स्थलों पर विशेष सतर्कता के निर्देश:
बंजारा डेम, मोर डूंगरी, हाथी टीला, ढेंगदा वाले बालाजी, भूरी घाट (ढेगदा), बावंदा नाला, आवदा बांध, फूलदेह का झरना (कैलोर की गढ़ी), रामेश्वर घाट (मानपुर), भूतेश्वर महादेव (नागदा), डोब कुंड, देव खो आदि स्थानों पर लोगों की आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा उपायों को और सख्त करने के निर्देश पहले से ही जारी किए गए हैं।
कलेक्टर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा सभी एसडीएम एवं एसडीओपी को निर्देशित किया गया है कि वे खतरनाक क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाएं, आवश्यकतानुसार चेतावनी संकेत लगाएं, और पुलिस बल एवं सुरक्षाकर्मी तैनात करें।
प्रमुख सुरक्षा उपायों के निर्देश:
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खतरे वाले स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं।
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पुल-पुलियाओं, रपटों पर जलभराव की स्थिति में आवागमन प्रतिबंधित किया जाए।
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नाव या अन्य गतिविधियों में लाइफ जैकेट का उपयोग अनिवार्य किया जाए।
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आपातकालीन सेवाएं और उपकरण मौके पर उपलब्ध हों।
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मद्यपान, तेज संगीत, और अन्य असामाजिक गतिविधियों पर सख्त रोक रहेगी।
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टापुओं या बीच नदी में पिकनिक मनाने जाने वालों को पुलिस द्वारा रोका जाएगा।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि पिकनिक स्थलों पर नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी और सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करें।