श्योपुर, 22 जुलाई 2025
कूनो नेशनल पार्क से विस्थापित हुए ग्राम बागचा के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कूनो वन मंडल द्वारा एक सराहनीय कदम उठाया गया है। ग्राम के 10 युवाओं को वाहन चालक का एक माह का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे स्वरोजगार से जुड़ सकें।
वनमंडलाधिकारी आर. थिरूकुरल ने बताया कि यह पहल न केवल युवाओं के कौशल विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उनके पुनर्वास प्रयासों को भी सशक्त बनाएगी। आदिवासी युवाओं को ड्रायविंग प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान किए जाएंगे।
प्रशिक्षण शुभारंभ अवसर पर एसडीओ श्योपुर भानू प्रकाश बथमा, वन परिक्षेत्र अधिकारी बागचा अविचल त्रिपाठी, कार्यवाहक वनपाल शैलेन्द्र शर्मा एवं वनरक्षक मनोज जाटव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
विस्थापन के बाद पुनर्वास में निरंतर प्रयास
उल्लेखनीय है कि कूनो नेशनल पार्क से विस्थापित ग्राम बागचा को चंबल दाहिनी मुख्य नहर के किनारे चकबमूलिया के पास “नवीन बागचा” के रूप में पुनः बसाया गया है। ग्रामीणों को कृषि के साथ-साथ अन्य रोजगार से जोड़ने के लिए वन विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में रोजगार उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए जा रहे हैं।
विस्थापन योजना के अंतर्गत पात्र पाए गए 223 परिवारों में से 53 ने विकल्प-1 (एकमुश्त राशि ₹15 लाख) और 170 ने विकल्प-2 (2 हेक्टेयर भूमि + ₹3 लाख आवास सहायता) का चयन किया था। सरकार द्वारा इन विस्थापितों के लिए सभी आवश्यक मूलभूत और अधोसंरचनात्मक सुविधाएं विकसित की गई हैं।
कूनो वन मंडल की यह पहल विस्थापित समुदाय को एक नई दिशा देने के साथ-साथ उनके उज्जवल भविष्य की नींव भी रख रही है।