श्योपुर, 14 मई 2025
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के मार्गदर्शन में आज श्योपुर जिले के समस्त स्वास्थ्य संस्थानों में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने हेतु मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉकड्रिल का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता एवं संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा करना था।
जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर चिकित्सा अधिकारियों, डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, वार्डबॉय एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को आपदा प्रबंधन की दृष्टि से आवश्यक प्रशिक्षण एवं दिशानिर्देश प्रदान किए गए।
मॉकड्रिल के दौरान आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन सप्लाई, पीएसए प्लांट, एमएलओ प्लांट, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर इत्यादि संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। मरीजों की गंभीरता के आधार पर उन्हें रेड, येलो, ग्रीन और ब्लैक कैटेगरी में वर्गीकृत करने की प्रक्रिया का अभ्यास कराया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप सिकवार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभ्यास में नर्सिंग अधिकारियों को प्राथमिकता के अनुसार मरीजों की पहचान करने एवं त्वरित उपचार शुरू करने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अतिरिक्त सभी प्रकार की आवश्यक दवाओं के स्टॉक की जाँच फार्मासिस्ट एवं चिकित्सा अधिकारियों द्वारा की गई।
मॉकड्रिल के अंतर्गत बीपी इंस्ट्रूमेंट, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, फायर एक्सटिंग्विशर, अम्बूबैग जैसे चिकित्सा उपकरणों का भी परीक्षण किया गया।
इस मॉकड्रिल से जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं की आपदा के दौरान सेवाएं प्रदान करने की तत्परता एवं क्षमता की महत्वपूर्ण समीक्षा की गई, जिससे भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा।