– विश्व धरोहर समिति के सत्र में प्रदेश का एग्जीबिशन बना आकर्षण का केंद्र
– मध्यप्रदेश का विशेष सत्र 24 जुलाई, दुनियाभर के प्रतिनिधियों ने दिखाई रूचि
–
भोपाल. नई दिल्ली के भारत मंडपम में चल रही यूनेस्को विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के दौरान मध्यप्रदेश पर्यटन का एग्जीबिशन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। सत्र के तीसरे दिन भी काफी संख्या में विदेशी प्रतिनिधियों ने एग्जीबिशन का भ्रमण किया। यहां वर्चुअल रियलिटी डिवाइस से मध्यप्रदेश के सांची, ओंकारेश्वर, महेश्वर, भेड़ाघाट, खजुराहो, उज्जैन सहित विभिन्न गंतव्यों को देख उत्साहित हुए। जापान से आई सुश्री मायो ने कहा कि, वर्चुअल डिवाइस के माध्यम से सांची स्तूपा देखा। मुझे सच में लगा कि मध्यप्रदेश पहुंच गई हूं, यह एक अद्भूत अनुभव था। काफी अच्छा लगा। बुरकिना फासे के डॉ. हामा ने बताया कि मध्यप्रदेश में खजुराहो के बारे में काफी पढ़ा और सुना है। एग्जीबिशन के माध्यम से दूसरे गंतव्योंकी जानकारी भी मिली।
म.प्र. के विशेष सत्र के लिये उत्सुकता
मध्य प्रदेश द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) और ASI के साथ मिलकर 24 जुलाई को विशहरी विरासत और HUL की सिफ़ारिश पर केंद्रित एक विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है। इसे लेकरदेशी प्रतिनिधियों ने विशेष रूचि दिखाई है। कनाडा, अमेरिका, फ्रांस, यूएई, सिंगापुर, मलेशिया के अलावा पाकिस्तान, चीन, दक्षिण कोरिया, नेपाल, बांग्लादेश इत्यादि देशों से प्रतिनिधियों ने सत्र में सम्मिलित होने को लेकर रूचि दिखाई। सत्र के दौरान एक पैनल डिस्कशन होगा, जिसमें प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग व प्रबंध संचालक, म.प्र. टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला, नगरीय विकास एवं आवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई, राजस्थान पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव सुश्री गायत्री राठौर, अहमदाबाद नगरनिगम उपायुक्त राम्या कुमार भट्ट शामिल होंगी। चर्चा की मॉडरेटर सुश्री जुन्ही हान, संस्कृति प्रमुख, भारत, यूनेस्को होंगी