जनजागरण संदेश: जितेंद्र सिंह राजपूत, मनोहरथाना
दिनांक 2/6/2025
मनोहरथाना, झालावाड़ — अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ राजस्थान द्वारा आज मनोहरथाना तहसील कार्यालय में देवस्थान विभाग के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस अवसर पर संगठन के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि मनोहरथाना क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक प्राचीन मंदिरों की उपेक्षा लंबे समय से हो रही है।
उन्होंने कहा कि कोटा दरबार के समय राजा रजवाड़ों द्वारा स्थापित मंदिरों में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई थी और भव्य मंदिरों का निर्माण कराया गया था। ब्रह्मचारी पंडित कृष्णदास जी व गुरु मथुरादास जी जैसे संतों को मंदिर की सेवा हेतु ज़मीन दी गई थी, जो लगभग 2000 बीघा थी। उस काल में धार्मिक उद्देश्यों से इस भूमि का उपयोग किया जाता था।
पंवार ने बताया कि मनोहरथाना क्षेत्र में ऐसे लगभग 100 मंदिर हैं, जिनकी सेवा पूजा अब भी स्थानीय समाज व मंदिर समितियों द्वारा की जा रही है। विशेषकर श्री गिरधारी जी (रामटेक) मंदिर और श्री राघव जी न्यूटी मंदिर की स्थिति चिंताजनक है। वर्ष 2012 से सेवानिवृत्त शिक्षक श्री कृष्णानंद शर्मा (उम्र 82 वर्ष) अपनी पेंशन से इन मंदिरों की सेवा पूजा का कार्य कर रहे हैं।
ज्ञापन में देवस्थान विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया गया कि न तो सेवा राशि में कोई वृद्धि की गई है, न ही मंदिर के लिए किसी बजट का निर्धारण किया गया है। संगठन ने राजस्थान सरकार से मांग की है कि:
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दोनों मंदिरों को सेवा राशि वर्तमान बजट अनुसार प्रदान की जाए।
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मंदिर में निर्माण एवं मरम्मत कार्य हेतु विशेष बजट आवंटित किया जाए।
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पूजा करने वाले पुजारी को ₹6000 मासिक सहायता शीघ्र प्रदान की जाए।
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मंदिर के पास भूमि न होने की स्थिति में देवस्थान विभाग द्वारा भूमि आवंटन सुनिश्चित किया जाए।
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संबंधित दस्तावेज़ों की छानबीन कर मंदिर को सहयोग राशि प्रदान की जाए।
यह ज्ञापन राजस्थान के मुख्यमंत्री, देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, जिला कलेक्टर, एसडीएम मनोहरथाना सहित सभी संबंधित अधिकारियों को भेजा गया है। संगठन ने यह भी बताया कि वर्ष 2023 से संबंधित फाइल तहसील कार्यालय में लंबित पड़ी है।
तहसीलदार बाबूलाल मीणा ने ज्ञापन प्राप्त करते हुए भरोसा दिलाया कि मंदिर के दस्तावेजों की जल्द जांच कर मंदिर का निरीक्षण किया जाएगा तथा हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।