रणथंभौर में दर्दनाक हादसा – झाड़ियों से निकले बाघ ने 7 वर्षीय कार्तिक को बनाया शिकार
सवाई माधोपुर | 17 अप्रैल 2025
राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व में बुधवार को एक मासूम की जान लेने वाली दर्दनाक घटना सामने आई, जिसने हर किसी का दिल दहला दिया।
7 वर्षीय कार्तिक सुमन, जो अपने चाचा की शादी के लिए भगवान गणेश को निमंत्रण देने आया था, टाइगर के हमले में अपनी जान गंवा बैठा। बिस्व्स्थ सूत्रों की माने तो
🙏 गणेशजी को निमंत्रण देने आया था मासूम
बूंदी जिले के गोहटा थाना क्षेत्र के देई खेड़ा निवासी कार्तिक अपने दादा-दादी, पिता और चाचा के साथ बुधवार को त्रिनेत्र गणेश मंदिर दर्शन करने आया था।
परिवार में शादी की तैयारियों का उत्साह था – छोटे चाचा नरेश की शादी 17 मई को है। मंदिर में दर्शन के बाद जब परिवार वापसी कर रहा था, तभी रणथंभौर रोड के सिंहद्वार के पास यह हादसा हो गया।
📸 “फोटो खिंचवाए, पता नहीं था ये आख़िरी यादें होंगी”
कार्तिक के चाचा दीपक माली ने बताया कि मंदिर दर्शन के बाद वापसी में कार्तिक ने उनके हाथ की अंगुली पकड़ रखी थी। रास्ते में वह परिवार के साथ और अकेले कई फोटो खिंचवा रहा था। उसी समय दोपहर करीब 3 बजे, झाड़ियों में छिपे टाइगर ने अचानक हमला किया और कार्तिक को गर्दन से दबोचकर जंगल की ओर ले गया।
🐅 20 मिनट तक शव पर बैठा रहा बाघ
घटना के बाद परिवार, श्रद्धालु और वन विभाग के लोग सकते में आ गए। टाइगर लगभग 20 मिनट तक बच्चे के शव के पास बैठा रहा। मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने शोर और डंडों की मदद से टाइगर को खदेड़ा।
वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक अनूप के.आर. ने बताया कि त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को पांच दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
💔 “बिलखती रही दादी, चीत्कार में डूबा मंदिर परिसर”
हादसे के समय दादी बेसुध होकर रोने लगीं, श्रद्धालुओं ने उन्हें संभाला। लोगों में अफरा-तफरी मच गई, मंदिर मार्ग को बंद कर दर्शनार्थियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
यह घटना रणथंभौर में भीड़ के बीच बाघ के हमले की पहली घटना बताई जा रही है।
बाघिन टी-84 की संतान हो सकता है हमला करने वाला टाइगर
वन विभाग को आशंका है कि हमला करने वाला बाघ बाघिन टी-84 की बेटी ‘अन्वी’ हो सकती है, जो हाल ही में इस क्षेत्र में सक्रिय देखी गई है।
मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर बंधाया ढांढस
घटना की सूचना मिलते ही राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने चकेरी में जनसुनवाई छोड़कर सीधे अस्पताल पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया।
परिवार को वन विभाग की योजना के तहत मुआवज़ा दिए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कार्तिक की अंतिम यादें – कैमरे में कैद और दिलों में अमिट
7 वर्षीय कार्तिक, जो चौथी कक्षा का छात्र था, अपने परिवार का सबसे चुलबुला सदस्य था।
उसके पिता द्वारिका लाल मजदूरी करके घर चलाते हैं, और मां जयबाई की दो संतानों में वह सबसे छोटा था।
कार्तिक की मासूम मुस्कान अब केवल तस्वीरों में रह गई है — एक ऐसा न्योता जो अब हमेशा अधूरा रहेगा।
श्रद्धालु और आई बिटनिश की माने तो पूरा मामला
रणथंभौर गणेश जी को चाचा की शादी का न्योता देने के लिए आए बूंदी जिले के गोहटा थाना क्षेत्र के देई खेड़ा निवासी कार्तिक (7) पुत्र द्वारिका लाल माली की टाइगर के हमले में मौत हो गई। दादा-दादी और चाचा के साथ वह गणेशजी को शादी का न्योता देने आया था। उसके छोटे चाचा नरेश की 17 मई को शादी है। परिवार में शादी की खुशियां काफूर हो गई है। दर्शन करने आए परिवार के पांच सदस्यों में से कार्तिक सबसे ज्यादा उत्साहित व खुश था। क्योंकि वह बच्चा था। मंदिर में दर्शन के बाद लौटते वक्त कार्तिक ने परिवार वालों के साथ व अकेले कई फोटो खिंचवाए। चाचा दीपक की अंगुली पकड़ इठलाते हुए चल रहा था, तभी दोपहर करीब 3 बजे सिंह द्वार के पास झाड़ियों में छिपे टाइगर ने अचानक उस पर झपट्टा मारा और गर्दन दबोचकर घसीटकर ले गया। परिवार वाले यह देखकर सहम गए। रुलाई थामे ना धमी। टाइगर 20 मिनट तक शव के पास ही बैठा रहा। आंखों के सामने बच्चे को दम तोड़ता देखकर बेबस घर वाले कुछ भी नहीं कर सके। डॉक्टरों ने बालक के गले में बाघ के दांतों के गहरे घाव व खून बहने से मौत होना माना है। वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक अनूप केआर ने बाघ के हमले में बच्चे की मौत के बाद त्रिनेत्र मंदिरजी मंदिर मार्ग पर पांच दिन तक श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया है
गणेशधाम में बच्चे को मारने की घटना से श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने शोर मचाकर व डंडे फटकार कर बाघ को भगाया। आधा घंटे में टाइगर को खदेड़ दिया। तब तक लोगों की सांसें अटकी रही। मंदिर मार्ग को तुरंत बंद करना पड़ा और जो भीतर फंसे दर्शनार्थियों को बाहर निकाला। बाकी किसी को एंट्री नहीं दी गई। इससे एक हजार से ज्यादा लोग मुख्य प्रवेश द्वार पर ही गणेश जी को न्योत कर लौटे। बैसाख चौथ व बुधवार होने से मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या ज्यादा रही। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया, जहां पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी ने परिजनों को
बंधाया ढाडसः चकेरी में जन सुनवाई छोड़कर सीधे अस्पताल पहुंचे कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीना ने घटना की जानकारी ली। उन्होंने परिजनों को बाढ़स बंधाया तथा हर संभव सहायता का भरोसा दिया। वन विभाग के पैकेज के अनुसार मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाया जाएगा।
टाइगर झाड़ियों में से आया और परिवार वालों के बीच
से झपट्टा मारकर कार्तिक को ले गयाः भीड़ में से 7 वर्षीय बच्चे को गर्दन से दबोच कर मारने की घटना रणथंभौर अभयारण्य के इतिहास में पहली हुई है। दर्दनाक घटना से बच्चे के परिजन चीत्कार उठे। दादी सड़क पर ही बिलखने लगी। उन्हें महिलाओं ने संभाला। श्रद्धालुओं व वन महकमे में हा-हाकार मच गया, भीड़ जमा हो गई।
आशंका है। क्योंकि दो दिन से इसी बाघ का यहां मूवमेंट था। बाधिन टी-84 की बेटी अन्वी भी हो सकती है। मंदिर का किला क्षेत्र रिद्धि-सिद्धि के शावकों सहित इस बाघ की टेरिटरी बनता जा रहा है। हाल ही में कनकटी ने अपनी मौसी बाधिन टी-124 रिद्धि पर हमला किया था। रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्रधान सेवक हिमांशु गौतम ने मृतक के परिवारजनों को
कई फोटो खींचे, पता ही नहीं था, ये सारे यादों में रह जाएंगे
कार्तिक के चाचा दीपक ने बताया कि उसके छोटे भाई नरेश की 17 मई को शादी है। भगवान त्रिनेत्र गणेश को निमंत्रण देने के लिए पिता रामप्रसाद, मां प्रेमबाई, भतीजे कार्तिक व दो पड़ोसियों के साथ पांच लोग बाइक से रणथंभौर आए थे। पैदल दुर्ग पहुंचे। भगवान गणेश को शादी का निमंत्रण दिया। वापस आते समय कार्तिक ने अंगुली पकड़ रखी थी। परिवार वाले व दूसरे लोग भी साथ थे। उसके खीचे हुए फोटो यादों में ही रह जाएंगे, यह किसे पता था। रणथंभौर रोड पर सिंह द्वार के पास अमराई में चढ़ाई के पास अचानक झाड़ियों से बघ ने झपट्टा मारा और कार्तिक गर्दन दबोच ली। उसे जंगल की तरफ से भागा। हम कुछ नहीं कर पाए। कार्तिक चौथी कक्षा में पढ़ता था। उसके पिता द्वारिका लाल मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। मां जय बाई को दो संतानों में वह छोटा था