श्योपुर, 27 मार्च 2025
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने कहा कि कूनों वन मंडल के आसपास लगे ग्रामों में चीतों की सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने हेतु जन जागरण अभियान चलाया जायें। इस अभियान में चीता मित्रों के अलावा 161 वन समितियों को भी सक्रिय किया जायें। इसके साथ ही कूनों वन मंडल के बफर जोन से लगे 55 गांवों के सरपंच, सचिवों की बैठक बुलाई जायें। वे आज कलेक्टर चेंबर में चीता की सुरक्षा को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे।
कलेक्टर अर्पित वर्मा ने कहा कि व्यापक जन जागरण अभियान के तहत ग्रामीणों को चीतों की सुरक्षा तथा इसके महत्व के संबंध में जानकारी प्रदान की जायें। हमारे क्षेत्र ही नही बल्कि देश के लिए गौरवपूर्ण चीता प्रोजेक्ट के महत्व को रेखाकिंत करते हुए ग्रामीणों को इस गौरवशाली इतिहास से जुडकर अपने आप को गौरान्वित महसूस करने का एहसास दिलाते हुए चीतों की सुरक्षा के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जायें। इसके साथ ही उन्होने कूनो क्षेत्र में पर्यटन बढाने की दिशा में क्षेत्रीय युवाओं को सफारी के लिए वाहन चालक का प्रशिक्षण दिलाये जाने के निर्देश भी दिये।
उन्होने कहा कि विजयपुर विकासखण्ड एवं कराहल विकासखण्ड के ग्रामों में सीईओ जनपद द्वारा पंचायतों के माध्यम से चीतों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जायें तथा मुनादी कराई जायें। इसके साथ ही चीता दिखाई देने पर क्या न करें, क्या करें के संबंध में जारी एडवाईजरी के सूचना बोर्ड गांव-गांव में लगाये जायें। ग्रामीणों को बताया जाये कि चीता इंसानों के लिए खतरा नही है, इसके साथ ही यह भी बताया जाये कि यदि चीता मवेशियों को नुकसान पहुंचाता है तो वन विभाग द्वारा तत्काल ही उसे मुआवजा राशि भी प्रदान की जाती है।
डीएफओ कूनो आर थिरूकुरल ने बताया कि चीता जागरूकता के लिए ग्रामीण क्षेत्रो में चरणबद्ध रूप से जागरूकता अभियान चलाने की कार्य योजना तैयार की गई है। चीता मित्रों के साथ ही सामान्य वन मंडल एवं कूनो वन मंडल की वन समितियों को भी इससे जोडा गया है। इसके साथ ही कूनों प्रशासन के साथ काम करने वाले दो एनजीओ कॉर्बेट फाउंडेशन और लास्ट वाइल्डरनेस फाउंडेशन को भी जोडा गया है। इस क्रम में अब कुनो वन्यजीव वनमंडल की सीमाओं से आगे बढ़कर सामान्य वनमंडल श्योपुर के गांवों में भी जागरूकता अभियान शुरू किया जायेगा। उन्होने कहा कि चीतों के कूनो की सरहद से बाहर निकलने के दौरान प्रशिक्षित अमले की ट्रेकिंग टीम हमेशा साथ रहती है, उन्होने ग्रामीणों से आग्रह किया है कि चीता दिखाई देने पर वन विभाग को सूचना दी जाये तथा चीते के आसपास भीड न लगाये, बल्कि उसे सुरक्षित निकलने के लिए रास्ता प्रदान करें।
सूचना के लिए कन्ट्रोलरूम स्थापित
डीएफओ आर थिरूकुरल ने बताया कि कूनो वनमंडल अंतर्गत चीतो की सूचना के लिए कन्ट्रोलरूम स्थापित किया गया है, यह कन्ट्रोलरूम 24 घंटे सातो दिन संचालित रहेगा। जंगल से बाहर चीता दिखाई देने पर किसी भी व्यक्ति द्वारा कन्ट्रोलरूम में नियुुक्त कर्मचारी मानचित्रकार राज भारती प्रजापति मो.न. 9754640220 एवं सहायक ग्रेड-3 राजेश मंगल मो.न. 9907216080 पर सूचना दी जा सकती है।
बैठक में कूनो वनमंडल के डीएफओ श्री आर थिरूकुरल, सामान्य वनमंडल केएस रंधा, सीईओ जिला पंचायत अतेन्द्र सिंह गुर्जर, सीईओ जनपद कराहल राकेश शर्मा उपस्थित थे।