मनोहरथाना (झालावाड़)।
नगरपालिका मनोहरथाना में जल जीवन मिशन के अंतर्गत करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद पेयजल संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार लम्बे समय से जलदाय विभाग की लापरवाही और गलत तकनीकी कार्यों के चलते आमजन पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं।
नगर के कोली मोहल्ला, राम मोहल्ला सहित कई क्षेत्रों में करीब 50 घरों में ऊँचाई पर स्थित मकानों में पानी नहीं पहुँच पा रहा है। केवल सुबह और शाम मामूली जल आपूर्ति हो रही है, जो कि गंदा और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुरानी लोहे की पाइपलाइन से जल आपूर्ति बेहतर तरीके से होती थी, लेकिन नई पाइपलाइन प्रेशर नहीं झेल पा रही, जिससे नियमित जलापूर्ति बाधित हो रही है।
इस गंभीर समस्या को लेकर जलदाय विभाग को पत्र लिखा गया और मौके पर विभागीय अधिकारियों को बुलाकर स्थिति से अवगत कराया गया। दो दिन बाद भी कोई समाधान नहीं निकलने पर स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
इसी बीच बिजली की समस्या भी विकराल रूप ले रही है। हर घंटे बिजली गुल होने से आमजन परेशान हैं। नागरिकों ने सवाल उठाया है कि बार-बार मेंटेनेंस के नाम पर कहीं कोई बड़ा घोटाला तो नहीं हो रहा है? पुराने और समयावधि पार कर चुके बिजली तारों की हालत खराब है, जिस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
मनोहरथाना में फैली इन समस्याओं की जानकारी अखिल भारतीय गौ रक्षा महासंघ राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह पंवार ने जिला प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी को वीडियो कॉल के माध्यम से दी और जल, बिजली व गौशाला से जुड़ी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।
गौ माता की संख्या, नगर में गौशालाओं की स्थिति और सड़कों पर घूमती गायों के चलते जाम की स्थिति पर भी बात की गई। उन्होंने संबंधित विभागों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश देने की मांग की है।
जनहित के मुद्दों पर गंभीर पहल की मांग तेज़, जनता इंतजार में।