श्योपुर, 18 मई 2025
श्योपुर जिले में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के उद्देश्य से आरडीएसएस योजना (Revamped Distribution Sector Scheme) के अंतर्गत व्यापक कार्य किए जा रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में अधोसंरचना का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता बेहतर हो रही है।
विधुत महाप्रबंधक आर.के. सक्सेना ने जानकारी दी कि योजना के द्वितीय चरण में जिले के 24 ग्रामों में अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। इन ग्रामों में कुंहाजापुर, पहडाली, कलारना, जानपुरा, मयापुर, नयागांव, मऊ, चकरामपुरा, खिरखिरी, गोहटा, बरगवा, सिलपुरी, सामरसा, जवासा, सेसईपुरा, सूसवाडा, भूरवाडा, श्यामपुर, रामबाड़ी, लाथ, ढोढपुर, दोर्द, धीरोली तथा श्योपुर शहर के किला क्षेत्र शामिल हैं।
इसके अलावा जिले के अन्य इलाकों – जैसे उतनवाड़, मकरावदा, राड़ेप, दांतरदा, तिल्लीपुर, चरोद, गुरनावदा, गसवानी, अगरा, चंद्रपुरा, गोठरा, गोरस, वीरपुर, आवदा, तलावड़ा, मालीपुरा तथा पाली रोड – में स्थित पावर ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
सक्सेना ने बताया कि द्वितीय चरण में 101 स्थानों पर वितरण ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य भी प्रस्तावित है। इसके साथ ही सायपुरा, जाखदा जागीर, श्रीपुरा, बुढेरा, रानीपुरा, मेवाड़ा, रायपुरा, बरोली, करिरिया, बावड़ी मंदिर जावदेश्वर, आमल्दा, ढीमचौतरा, ओछापुरा और ककरधा में नवीन विद्युत सब स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
प्रथम चरण की प्रगति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि हिरनीखेड़ा, पच्चीपुरा और खैरघटा में विद्युत सब स्टेशन का निर्माण पूर्ण हो चुका है, जबकि मेखड़ी और सलापुरा में कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार चकासन, कनापुर, बड़ौदा, गढ़ी और जाटखेड़ा में अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाए जा चुके हैं, तथा सोईकला, आवदा, रतोदन और विजयपुर में उनकी क्षमता बढ़ाई गई है।
योजना के प्रथम चरण के तहत 1500 केवीएआर के कैपेसिटर बैंक के 36 प्रस्तावित कार्यों में से 8 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त, मिश्रित फीडरों को अलग करने के लिए 33 केवी लाइनों का वायफरकेशन एवं इंटरकनेक्शन किया जा रहा है। अब तक 206.45 किलोमीटर 11 केवी लाइन की कंडक्टर क्षमता में वृद्धि की जा चुकी है, जबकि कुल 646.25 किलोमीटर लाइन को अपग्रेड किया जाना है। प्रथम चरण के अंतर्गत 76 अतिरिक्त वितरण ट्रांसफार्मरों में से 52 स्थानों पर कार्य पूर्ण हो चुका है।
जिले में चल रहे इन कार्यों से विद्युत आपूर्ति में सुधार के साथ ही ट्रिपिंग की समस्या भी कम होगी तथा ग्रामीण एवं शहरी उपभोक्ताओं को अधिक विश्वसनीय और स्थायी बिजली सुविधा उपलब्ध होगी।