न्यायाधीशों ने किया निरीक्षण, महिलाओं को कानूनी अधिकारों की दी जानकारी
श्योपुर, 24 अप्रैल 2025
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्योपुर के तत्वावधान में वन स्टॉप सेंटर, श्योपुर में विशेष विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री पवन कुमार शर्मा के निर्देशानुसार विशेष नशा मुक्ति अभियान के तहत संपन्न हुआ। शिविर में NALSA और SALSA की योजनाओं को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्र में नशा उन्मूलन हेतु जनसामान्य को जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई। उन्हें नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में समझाईश दी गई तथा मानव तस्करी और महिलाओं से संबंधित अपराधों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के अहम निर्णय—बुद्धदेव कर्मासकर बनाम पश्चिम बंगाल राज्य (क्रिमिनल अपील क्रमांक 135/2010)—की जानकारी दी गई।
शिविर में महिला अधिकारों, POSCO एक्ट 2012, POSCO नियम 2020, यौन उत्पीड़न, महिलाओं के लिए मुआवजा योजना, एवं अन्य संबंधित कानूनी प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की गई। इसके अतिरिक्त उपस्थित महिलाओं द्वारा पूछे गए सवालों के न्यायिक अधिकारियों ने संतोषजनक उत्तर भी दिए।
शिविर के उपरांत वन स्टॉप सेंटर श्योपुर का निरीक्षण भी किया गया, जिसमें व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया और ज़रूरी सुझाव भी दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुश्री संध्या मरावी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती वर्षा सूर्यवंशी मजुमदार, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्री परवेज आलम, जिला विधिक सहायता अधिकारी योगेश बंसल, वन स्टॉप सेंटर की प्रभारी प्रशासक श्रीमती हेमलता शर्मा, सोशल केस वर्कर श्रीमती शालिनी शुक्ला, लीगल केस वर्कर श्रीमती रानू तिवारी भूषण व सुश्री मेघा चौहान, तथा बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित रहीं।
यह शिविर महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण एवं नशा उन्मूलन की दिशा में एक प्रभावशाली पहल साबित हुआ, जिससे महिलाओं में अपने अधिकारों को लेकर नई जागरूकता का संचार हुआ।