श्योपुर 22 जून 2025 शनिवार
श्योपुर शहर के भगत सिंह पार्क के सामने का इलाका इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। यहां रहने वाली आदिवासी महिला कमला बाई का आशियाना रहस्यमय तरीके से उजड़ गया। दावा किया जा रहा है कि बीते 15 वर्षों से उसी जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रही कमला बाई अब खुले आसमान के नीचे आ गई हैं।
कमला बाई का आरोप है कि उन्होंने झोपड़ी के पट्टे के लिए राजस्व विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई थी, और पटवारी अरविंद गुप्ता ने उनसे 70 हजार रुपए यह कहकर लिए कि उन्हें जल्द ही जमीन का पट्टा मिल जाएगा।
लेकिन जब महिला पैसे देने में थोड़ी देर कर बैठीं, तो उनका कहना है कि पटवारी द्वारा ही उनके आशियाने पर बुलडोजर चलवाया गया। महिला का यह भी कहना है कि उनका टीनशेड और झोपड़ी, दोनों अब मौके से पूरी तरह गायब हैं।
जांच की ज़रूरत
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि:
क्या वह जमीन वास्तव में सरकारी है?
यदि हां, तो एक सरकारी अधिकारी ने महिला से पैसे क्यों लिए?
क्या बुलडोजर चलाने की प्रक्रिया वैधानिक थी?
जिला प्रशासन ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कर फरियादी को राहत पहुंचाएं और दोषी को उचित कार्यवाही कर दंडित कर सकेगा प्रशासन और अब यह देखना होगा कि महिला के आरोपों में कितनी सच्चाई है।
प्रशासन से लगाई गुहार
विस्थापित कमला बाई ने अब प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है, और चाहती हैं कि उन्हें फिर से रहने के लिए जगह और वर्षों की जमा पूंजी वापस दिलाई जाए।
📌 Crimenational News आपके सामने लाता है ज़मीनी हकीकत — जहां इंसाफ की आवाज़ बुलडोज़र की गूंज में कहीं दब न जाए।