पुलिस ने सात आरोपियों को किया गिरफ्तार तीन निगम कर्मी भी है शामिल
इंदौर नगर निगम में हुए करोड़ों रुपए के फर्जी बिल घोटाले में पुलिस अब तक 36 फाइलों की जांच कर चुकी है जिसमें 48 करोड रुपए का घोटाला पाया गया है जिसमे से आरोपियों द्वारा 24 करोड रुपए का भुगतान अपनी फर्म के खातों में करवाया है, पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिसमें एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है जिसमें तीन निगम कर्मी भी शामिल है।
इंदौर नगर निगम ड्रेनेज विभाग से शुरू हुए 28 करोड़ रुपए के फर्जी बिल मामले में रोजाना नए नए खुलासे हो रहे है, पुलिस की जांच में अब 36 फाइलों की जांच की जा चुकी है है जिसमे 48 करोड़ रुपए के फर्जी बिलों का मामला सामने आ चुका है तो वही पांचों फर्मों को खातों में 24 करोड़ रुपए का भुगतान भी हुआ है, पुलिस ने इन खातों को स्विच कर लिया जिसमे 70 लाख रुपए मिले है,
डीसीपी पंकज पांडे ने पूरे मामले में बताया की इंदौर नगर निगम में फर्जी फाइलों के माध्यम से पैसा निकालने के मामले में जांच चल रही है, पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और जो दस्तावेज मिले हैं उसके आधार पर आरोपियों से पूछताछ हो रही है कूट रचित कर फर्जी बिल कैसे बनाए गए रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है जो भी सबूत सामने आएंगे उसके आधार पर कार्यवाही की जाएगी, सभी आरोपियों का 4 तारीख तक रिमांड चल रहा है, जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उन सबके अलग-अलग तरह के रोल हैं, जो जिस विभाग में पदस्थ है उसी के आधार पर उनका इस मामले में रोल पाया गया है, 36 फाइल प्रस्तुत की गई है जिसमे 48 करोड रुपए की है अब तक 24 करोड रुपए तक का भुगतान इन पांचों फर्मों में हुआ है पुलिस 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें तीन नगर निगम के कर्मचारी हैं और चार ठेकेदार हैं, एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश के लिए टीम काम कर रही है, आरोपियों के बैंक खाते को स्विच कर लिए गए है खातों में 70 लाख रुपए मिले हैं जिसकी जांच की जा रही है इन पैसों को कहां इन्वेस्ट किया गया है पूरे मामले में जानकारियां जुटा कर कोर्ट में समक्ष प्रस्तुत करेंगे।
बाइट : पंकज पांडे डीसीपी जॉन 0