श्योपुर, 09 जून 2025:
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के निर्देशन में जिले में समग्र ई-केवायसी कार्य को गति देने के प्रयास लगातार जारी हैं। इसी कड़ी में जनपद पंचायत श्योपुर अंतर्गत ई-केवायसी कार्य की प्रगति में लापरवाही बरतने पर 10 पंचायत सचिवों एवं 13 रोजगार सहायकों (GRS) के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। संबंधित कर्मचारियों का 7 दिवस का वेतन एवं मानदेय भुगतान रोकने के आदेश जारी किए गए हैं।
सीईओ जनपद पंचायत एसएस भटनागर ने जानकारी देते हुए बताया कि समग्र ई-केवायसी अभियान की प्रगति की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। विगत पांच दिवसों की रिपोर्ट के आधार पर यह पाया गया कि जनपद क्षेत्र की 14 पंचायतों में कार्य की प्रगति अत्यंत धीमी रही, जिसके चलते संबंधित अधिकारियों पर यह कार्रवाई की गई।
जिन पंचायत सचिवों और रोजगार सहायकों पर कार्रवाई की गई है, उनके नाम इस प्रकार हैं:
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ग्राम पंचायत मेवाड़ा: सचिव कश्मीर सिंह, जीआरएस बलराम मीणा
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बगडुआ: सचिव रोशनलाल मीणा
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मकड़ावदा कला: सचिव जगदीश शर्मा, जीआरएस दिलखुश मीणा
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तेहखण्ड: सचिव ब्रजबल्लभ जाट, जीआरएस प्रमोद गौड
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हिरनीखेड़ा: जीआरएस खेमराज जागिड
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कुण्ड हवेली: सचिव बनवारी लाल शर्मा, जीआरएस रामरूप मीणा
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तलावदा: जीआरएस बलराम जाट
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जानपुरा: सचिव महावीर जाट, जीआरएस मान सिंह
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खिरखिरी: सचिव रामभरोस गुप्ता, जीआरएस घनश्याम रावत
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नारायणपुरा: सचिव सीताराम शर्मा, जीआरएस श्याम मीणा
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तुलसैफ: जीआरएस हितेन्द्र हाडा
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राधापुरा: सचिव मधुसूदन जाट, जीआरएस वेदप्रकाश नागर
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दलारना कला: सचिव गिर्राज बंसल, जीआरएस रामस्वरूप
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लहचौड़ा: सचिव महावीर नागर, जीआरएस पवन शर्मा
कलेक्टर वर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी संबंधित अधिकारी ई-केवायसी कार्य को गंभीरता से लें, अन्यथा भविष्य में और भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिले में शासन के निर्देशों के अनुरूप प्रत्येक पात्र नागरिक की ई-केवायसी पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।