श्योपुर, 27 मई 2025
गोल्डन ऑवर में घायल की मदद करने वाले बनेंगे ‘राह-वीर’, मिलेगा नगद पुरस्कार और प्रशस्ति-पत्र
सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी लाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर प्रदेश में ‘राह-वीर योजना’ की शुरुआत की गई है। यह योजना 21 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुकी है और इसके तहत सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर (दुर्घटना के एक घंटे के भीतर) में अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाने वाले आम नागरिक को ₹25,000 की प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन
इस योजना की गाइडलाइन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी की गई है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि केवल वही व्यक्ति ‘राह-वीर’ कहलाएंगे, जो दुर्घटना स्थल पर घायल को त्वरित उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचाते हैं।
राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी मिलेगा सम्मान
इस योजना में चयनित राह-वीरों में से 10 सबसे उत्कृष्ट राह-वीरों को राष्ट्रीय स्तर पर एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
राह-वीर चयन प्रक्रिया
जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है, जिसमें एसपी, सीएमएचओ और आरटीओ सदस्य होंगे।
यह समिति थाना व अस्पताल से प्राप्त मामलों की मासिक समीक्षा करेगी।
योग्य पाए गए राह-वीरों को राज्य परिवहन आयुक्त द्वारा सीधा बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जाएगी।
राज्य स्तरीय निगरानी समिति भी गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता प्रमुख सचिव (गृह) करेंगे।
राह-वीर की जानकारी रहेगी गोपनीय
राह-वीर की पहचान को केवल पुरस्कार हेतु उपयोग किया जाएगा, किसी अन्य कार्य के लिए जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाएगी। एक व्यक्ति को वर्षभर में अधिकतम 5 बार यह पुरस्कार दिया जा सकेगा। योजना का संपूर्ण व्यय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा वहन किया जाएगा।
सामाजिक जागरूकता और मानवता को मिलेगा बढ़ावा
राह-वीर योजना न केवल सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को समय पर जीवनरक्षक सहायता उपलब्ध कराने में सहायक होगी, बल्कि आम जनता में भी मानवता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को प्रोत्साहित करेगी।
अब किसी की जान बचाएं, और बनें समाज के लिए एक प्रेरणा – एक राह-वीर!